मुजफ्फरपुर काेराेना के बाद आरक्षित और अनारक्षित टिकट की बिक्री से कमाई के मामले में मुजफ्फरपुर जंक्शन एक बार फिर अव्वल आया है। पूर्व मध्य रेलवे ने एक अप्रैल से 30 सितंबर 2021 तक 6 माह में मिले राजस्व को आधार मानते हुए जिन टॉप 30 स्टेशनों की सूची जारी की है, उसमें मुजफ्फरपुर जंक्शन तीसरे स्थान पर है। जाेन में सिर्फ पटना व दानापुर (फर्स्ट-सेकंड) ही इससे आगे हैं।
सूची के अनुसार दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन चौथे और दरभंगा जंक्शन 5वें स्थान पर है। पूमरे के डिप्टी सीसीएम ने आरटीआई कार्यकर्ता राजेश सिंह द्वारा जानकारी मांगे जाने पर यह सूची जारी की है। इस सूची के अनुसार मुजफ्फरपुर जंक्शन ने बीते 6 माह में 84 करोड़ 99 लाख 78 हजार 368 रुपए की कमाई की है।
इन 6 महीने में पटना जंक्शन काे 202 कराेड़ 45 लाख 4 हजार 237 रुपए, दानापुर काे 108 कराेड़ 75 लाख 65 हजार 200, दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन काे 68 कराेड़ 26 लाख 19 हजार 40 और दरभंगा काे 57 करोड़ 78 लाख 4 हजार 782 रुपए का राजस्व मिला
यहां समझने वाली बात ये है की कोरोना काल में ज्यादातर ट्रेंन पटना या दानापुर रूट से चलाया जा रहा था वहीं मुजफ्फरपुर से खुलने वाली ट्रैनों की संख्या बहुत कम थी ज्यादातर ट्रेंनों को विस्तार कर के दरभंगा जयनगर स्टेशन से चलाया गया था मुजफ्फरपुर जंक्शन से सिर्फ ट्रेंनों का ठहराव दिया गया था समझा जा सकता है मुजफ्फरपुर से ट्रेंनों को खोला गया होता तो ये आंकड़ा पटना के बराबर होता।
मुजफ्फरपुर जंक्शन कनेक्टिविटी और लोकेशन के हिसाब से यात्रा के लिये सबसे उपयुक्त है लेकिन राजनीति के चलते यहां से ट्रैनों को खींच कर दूसरे स्टेशनों पर ले जाने से ज्यादा बेहतर होता उन स्टेशनों से दूसरी नई ट्रेंन चलाई जाती।
आज भी लोग मुंबई दिल्ली व अन्य जगहों के लिये यात्रा करने के लिये मुजफ्फरपुर जंक्शन का ही टिकट लेते है क्योंकि यात्रियों को चार से पांच घंटे की बचत होती है मुजफ्फरपुर से कार या बस से यात्री एक घंटे में अपने गंतव्य पहुंच जाते है।
कमाई में पू.म.रे के स्टेशन
1. पटना
2. दानापुर
3. मुजफ्फरपुर
4. दीनदयाल उपाध्याय
5. दरभंगा
6. गया
7. समस्तीपुर
8. धनबाद
9. राजेंद्रनगर टर्मिनल
10. बक्सर
11. आरा
12. बरौनी
13. सहरसा
14. पाटलिपुत्र
Comments