
मुजफ्फरपुर जिले की हवा फिर से अपने पुराने खतरनाक स्तर की ओर बढ़ने लगी है। बुधवार को मुजफ्फरपुर की हवा में पीएम 2.5 की मात्रा पटना व दिल्ली से भी ऊंचे स्तर पर पहुंच गई, जो इस साल का सबसे प्रदूषित दिन रहा।
मुजफ्फरपुर की हवा में पार्टिकल मटेरियल 2.5 की मात्रा 313 तक पहुंच गई। यह स्तर इस साल का सबसे ऊंचा स्तर है। वहीं, दिल्ली की हवा में पीएम 2.5 की मात्रा 298 व पटना की हवा में पीएम 2.5 की मात्रा 204 तक ही गई। साफ है कि शहरों में अब लॉकडाउन का असर पूरी तरह खत्म हो गया है। हवा में पीएम 2.5 की यह मात्रा मानव सेहत के लिए बेहद खतरनाक है। चिकित्सकों के अनुसार पीएम 2.5 इंजन के धुएं व धूलकण को कहते हैं। यह प्रदूषण का वह तत्व है, जो नाक व मुंह में छनकर रुकता नहीं बल्कि सांस के साथ सीधे फेफड़े तक जाता है और कई तरह की बीमारी पैदा करता है। सांस के जरिए पीएम 2.5 खून में मिलकर चर्म रोग, हार्ट, एलर्जी व दमा पैदा करता है।
मुजफ्फरपुर में सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे तक हवा में पीएम 2.5 की मात्रा तीन सौ से ऊपर बनी रही। दोपहर दो बजे के बाद इसकी मात्रा धीरे-धीरे कम हुई। इसके उलट पटना में सुबह सात बजे से एक बजे तक प्रदूषण का स्तर दो सौ से नीचे व दोपहर एक बजे के बाद इसका स्तर दो सौ से ऊपर बना रहा। दिल्ली के आनंद विहार में सुबह सात बजे हवा में पीएम 2.5 की मात्रा 282 मापी गई, जो शाम पांच बजे सर्वाधिक 298 पर पहुंच गया।