आईपीएस नीना सिंह डीजी की पोस्ट पर पहुंचने वाली राजस्थान की पहली महिला अधिकारी बन गई हैं। वह 1989 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं, जो राजस्थान पुलिस में ADG के रूप में तैनात थीं। नीना सिंह ने हॉवर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है।
कौन हैं नीना सिंह- बिहार के दरभंगा जिले में जन्म लेने वाली नीना सिंह ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई पटना से की। पटना वुमेंस कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद दिल्ली के जेएनयू से इन्होंने मास्टर किया। इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए वो हॉवर्ड यूनिवर्सिटी चली गईं।
जब यूपीएससी की शुरू की तैयारी- नीना के पिता बिहार सरकार में अधिकारी थे, और यहीं से उन्हें भी अफसर बनने की प्रेरणा मिली। नीना बचपन से ही अफसर बनना चाहती थीं। हॉवर्ड से जब पढ़ाई खत्म करके नीना, इंडिया लौटीं तो उन्होंने अपने बचपन के सपने को पूरा करने के लिए सोचा। नीना आसानी से कोई अच्छी और बड़ी जॉब कर सकती थीं, लेकिन उन्होंने यूपीएससी की तैयारी का सोचा और उसी की पढ़ाई में जुट गई।
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पति भी हैं अधिकारी- यूपीएससी की तैयारी नीना के लिए आसान नहीं थी। कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार 1989 में उन्होंने यूपीएससी निकाल लिया और आईपीएस के लिए चुन ली गईं। आईपीएस के रूप में उन्हें मणिपुर कैडर मिला था। यहां नौकरी करने के दौरान उन्होंने राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी रोहित कुमार सिंह से शादी कर ली। जिसके बाद उन्हें राजस्थान कैडर मिल गया।
सुलझाए कई बड़े मामले- नीना सिंह की छवि एक दबंग महिला अधिकारी के रूप में रही है। इन्होंने कई हाईप्रोफाइल मामलों को सुलझाया है। इन्होंने सीबीआई में संयुक्त निदेशक के रूप में भी काम किया। इस दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी, आर्थिक अपराध, और बैंक धोखाधड़ी से संबंधित कई हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच की। वह पीएनबी घोटाले और नीरव मोदी सहित महत्वपूर्ण मामलों की जांच का हिस्सा रही हैं। इसके साथ ही बॉम्बे ब्लास्ट, शीना बोरा हत्याकांड, जिया खान मौत मामलों में भी इन्होंने जांच का जिम्मा संभाला है।
इन्हें राजस्थान पुलिस को रिफॉर्म करने के लिए भी जाना जाता है। नीना सिंह ने अर्थशास्त्र में नोबल पुरस्कार विजेताओं, अभिजीत बनर्जी और एस्थर डुफ्लो के साथ भी शोध पत्रों का सह-लेखन किया है। इसके लिए उन्हें राजस्थान सीएम गहलोत से भी वाहवाही मिल चुकी है। नीना सिंह के बेहतरीन कामों के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक समेत कई विशिष्ट सम्मान भी मिल चुका है।
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