मुजफ्फरपुर में लापरवाही के चलते 26 से ज्यादा लोगों के आंख की रोशनी चली गई, यही नहीं कई मरीजों को आंख भी निकलवानी पड़ी है। इस चौंकाने वाली घटना के बाद हड़कंप मच गया है। इसको लेकर सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह मामला गंभीर है। उन्होंने कहा कि एक निजी अस्पताल में इस तरह की घटना सामने आई है। जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मंगल पांडेय ने कहा- सिविल सर्जन के नेतृत्व में टीम कर रही जांच
शर्मनाक घटना के 24 घंटे बाद जागे मंत्री नें कहा की मुजफ्फरपुर में हुई घटना की जानकारी होते ही उन्होंने सिविल सर्जन के नेतृत्व में एक टीम गठित कर दी है। साथ ही पूरे मामले की जांच करने का आदेश दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर जो भी शख्स इस मामले में दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद 26 से ज्यादा मरीजों ने गंवाई जान
पूरा मामला मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल से जुड़ा है, जहां फ्री मोतियाबिंद ऑपरेशन कैंप रखा गया था। जिसमें 300 से अधिक मरीजों की आंखों का इलाज हुआ। बताया जा रहा कि इनमें 26 से अधिक मरीजों की एक आंख की रोशनी चली गई है। यही नहीं ऑपरेशन कराने वाले कई मरीजों ने कहा कि डॉक्टरों ने उनकी आंख निकालने के लिए कहा है, नहीं तो दूसरी आंख में इन्फेक्शन का खतरा बढ़ सकता है।
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