
मुजफ्फरपुर जिले के सकरा के बरियारपुर ओपी के बाजी राउत गांव में शराब से दो युवकों की मौत के बाद रविवार को पुलिस ने इलाके के एक कथित होमियोपैथी डॉक्टर को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस को आशंका है कि उसने ही देसी शराब बनाने वाले धंधेबाजों को नशीली दवा मुहैया कराई थी। वहीं, आधा दर्जन से अधिक लोग गांव छोड़कर फरार हैं। पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है। कुछ लोग शराब पीने से बीमार होने के बाद अपना इलाज निजी अस्पतालों में करा रहे हैं। उनकी स्थिति में सुधार की भी बात बताई जा रही है।इधर, मृतक संत कुमार पंडित उर्फ टुनटुन पंडित के शव का अंतिम संस्कार बरियापुर पुलिस की मौजूदगी में कराया गया। फिलहाल, एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी है। पुलिस का दावा है कि पूछताछ में परिजनों ने अशोक पंडित व संत कुमार पंडित की मौत बीमारी से होने की बात कही है। हालांकि, दोनों मृतकों की पत्नियों, मां व भाई अभी भी शराब पीने से मौत की होने बात पर अडिग हैं। एसएसपी ने बताया कि छानबीन की जा रही है। एक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मृतकों के परिजनों ने अबतक लिखित आवेदन नहीं दिया है। संत कुमार के शव का पंचनामा कराया गया था, लेकिन पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया है। कमेटी के सदस्यों की तलाश की जा रही है।मृतकों के परिजनों का कहना है कि वे समाज की कमेटी के समक्ष विवश हैं। कमेटी ने ही केस करने और पोस्टमार्टम कराने से मना किया है, अन्यथा वे केस करने के लिए तैयार हैं। फिलहाल, कमेटी के प्रधान से लेकर सदस्य गांव से फरार हैं। उनके मोबाइल भी बंद हैं। बरियापुर पुलिस के मुताबिक, कमेटी के सदस्यों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
अशोक की मौत के बाद कमेटी ने की थी बैठक
जानकारी के मुताबिक, मृतक जिस वर्ग से थे, उसके लोगों ने एक स्थानीय स्तर पर कमेटी बना रखी है। अशोक पंडित की मौत के बाद कमेटी के सदस्य गांव में जुटे थे। तीन से चार घंटे तक बैठक की थी। इसके बाद मामले में शिकायत नहीं करने का निर्णय लिया गया था। इस कारण मृतक के परिजन भी शराब पीने से मौत की बात कह रहे हैं, लेकिन केस करने से बच रहे हैं।
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