मुजफ्फरपुर कथैया थाने के थतिया गांव में एक सातवीं कक्षा की छात्रा शालू कुमारी की हत्या कर दी गई। साक्ष्य मिटाने की नीयत से परिजन शव जला रहे थे। तभी छात्रा के नाना पुलिस को लेकर पहुंच गए। पुलिस के आने की भनक लगते ही शव जला रहे लोग फरार हो गए। पुलिस ने जलती चिता से कुछ साक्ष्य उठाया। श्मशान घाट से शव के अवशेष के अलावा खून लगी लकड़ी, जमीन पर गिरे खून, कपड़े आदि
साक्ष्य के रूप में जुटाया है। मृतका के माता-पिता की हादसे में कुछ वर्ष पहले मौत हो चुकी है। पुलिस ने मृतका के थतिया स्थित घर से दादा तेजनारायण सिंह व बुआ सोनी देवी को हिरासत में लिया। दोनों से थाना पर पूछताछ की जा रही है। इस बावत मृतका शालू के नाना सरैया के जैतपुर ओपी के रेपुरा रामपुर बलमी निवासी दीपनारायण राय ने मृतका के दादा तेजनारायण सिंह, बुआ सोनी देवी व अन्य के खिलाफ हत्या की एफआइआर दर्ज कराई है।
थानाध्यक्ष राजपत कुमार ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है। आरोपित मृतका के दादा व बुआ सोनी देवी से पूछताछ की गई है। लेकिन अभी पुलिस को कारण पता नहीं चला है। श्मशान घाट से जुटाए गए साक्ष्यों को जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।माता-पिता की मौत के बाद रह रही थी नाना के घर
छात्रा के नाना ने पुलिस को बताया गया कि अपनी बेटी की शादी वर्ष 2002 में तेजनारायण सिंह के पुत्र मुन्ना सिंह के साथ की थी। दोनों को तीन लड़की और एक लड़का है। दामाद व बेटी की एक हादसे में कुछ वर्ष पहले मौत हो गई। तब से सभी नातिन व नाती को
अपने घर पर रखकर पालन पोषण किया। इसमें दो नातिन की शादी भी की। शालू तीसरी नातिन थी। उसका भी पालन पोषण वही कर रहे थे
15 अप्रैल को बुआ के साथ गई थी शहर
मृतका के नाना ने पुलिस को बताया कि 15 अप्रैल को शालू को दादा बुलाकर ले गए। उसने कहा था कि शालू कुछ दिन बुआ के साथ शहर में रहेगी। बुआ की शादी हो चुकी है, लेकिन वह अधिकांश समय अपने मायके में ही रहती है। नाना का आरोप है कि डेरा पर शालू को प्रताड़ित किया जा रहा था। शनिवार रात उसकी हत्या कर दी गई। इसके बाद अपने लोगों के साथ मिलकर रात के अंधेरे में साक्ष्य मिटाने की नीयत से थतिया गांव स्थित श्मशान घाट में शव को जलाने लगा। इसकी सूचना जब गांव के लोगों को हुई तो नाना को फोन पर बताया। इसके बाद नाना पुलिस को लेकर पहुंचे।
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