मुजफ्फरपुर में एक रेलवे कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली। उसका शव कमरे में पंखे से झूलता मिला। पंखे से चादर को बांधकर आत्महत्या की गई। घटना जिले के काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के रामदयालु नगर स्थित अतरदह की है। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। मौके पर भाड़ी संख्या में भीड़ जुट गई। इधर, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर रेलकर्मी के शव को नीचे उतारा। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए SKMCH भेजा।
पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा थाना के शोरवा इलाके का रहने वाला मिश्रीलाल यादव के पुत्र रमेश कुमार (27) के रूप में हुई। वह गुजरात के अहमदाबाद में रेलवे में ग्रुप डी के पद पर कार्यरत था। मामले में पुलिस उसके अन्य परिजनों को घटना की जानकारी दी है। इधर, थानेदार सत्येंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि घटना की सूचना मिली है। सूचना के बाद घटनास्थल की छानबीन की गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज जा रहा है। उसके परिजनों का बयान दर्ज करने की कवायद की जा रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रात को अहमदाबाद के लिए कटवाई थी फ्लाइट की टिकट, सुबह में पटना जाना था
रमेश के भतीजे पंकज ने बताया कि चाचा रविवार को कमरे पर आए थे। कमरे पर आने के बाद कहा था कि सोमवार को उन्हें अहमदाबाद निकलना है। ट्रेन की टिकट नहीं मिल ला रही है। फ्लाइट की टिकट ले लेता हूं। इसके बाद देर रात उन्होंने कहा कि फ्लाइट की टिकट ले लिया हूं। पटना से फ्लाइट है। सोमवार को निकल जाऊंगा। बताया कि इसके बाद देर रात वह खाना खाकर सो गए। सुबह में पंकज कोचिंग के लिए निकल गया। कोचिंग के बाद जब वह वापस लौटा तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। काफी खटखटाने के बाद दरवाजा नही खुला तो खिड़की खोला। खिड़की खोलकर देखा तो वे पंखे से झूल रहे थे। इसके बाद हल्ला किया तो आसपास के लोग मौके पर जुट गए। वहीं, मकान मालिक भी मौके पर पहुंचे। इसके बाद पुलिस को मामले की सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस ने दरवाजा का तोड़कर शव को उतारा। फिर छानबीन शुरू किया।
शादी नही हुई थी रमेश की, दीवाली के समय छुट्टी लेकर अहमदाबाद से आया था घर
पंकज ने बताया कि चाचा की शादी नही हुई थी। वह अहमदाबाद से छुट्टी लेकर गांव आए थे। वे दीवाली के समय ही गांव आ गए थे। उन्होंने कहा था कि छठ तक dh छुट्टी लिया हूं। इसके बाद छठ पर्व बीतने के बाद उनकी अचानक तबियत बिगड़ गई थी। उन्हें सीतामढ़ी में ही इलाज कराया गया था। इलाज के बाद वे 1 सप्ताह बाद वापस गांव लौटे थे। इसके बाद वे रविवार को वापस अहमदाबाद जाने के लिए रविवार मुजफ्फरपुर स्थित उसके किराये के कमरे पर पहुंचे थे। इसके बाद फंदे से झूल गए।
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