मुजफ्फरपुर जंक्शन से सटे माड़ीपुर आउटर पर आरपीएफ की पिटाई से ऑटो रिक्शा चालक मो. फिरोज (43 वर्ष) की मौत का आरोप लगाकर मंगलवार की देर रात आक्रोशित लोगों ने बवाल किया। शव को रेललाइन पर रखकर ट्रेन परिचालन ठप करा दिया। आक्रोशितों ने आरपीएफ टीम को बंधक बनाकर मारपीट की। पिटाई से जमादार रमेश कुमार
सिंह जख्मी हो गए। रेल डीएसपी अतनु दत्ता ने कहा कि घटना की जांच कराई जाएगी। फिलहाल, स्थिति नियंत्रण में है।
ट्रैक किया जाम, फंसी रहीं कई ट्रेनें
रेल ट्रैक जाम करने से हाजीपुर, समस्तीपुर, सीतामढ़ी व मोतिहारी रेलखंड पर परिचालन चार घंटे ठप रहा। मालगाड़ी समेत कई ट्रेनें फंसी रहीं। आक्रोशितों का आरोप है कि मो. फिरोज देर शाम शौच के लिए रेललाइन किनारे गया था, जहां जमादार ने उसकी पिटाई कर दी। परिजनों का आरोप है कि जमादार ने लाठी से फिरोज की पिटाई की थी। जमादार की जेब से फिरोज का आधार कार्ड व 40 रुपए मिले हैं। जख्मी फिरोज को परिजन जूरन छपरा के एक निजी अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को रेल ट्रैक पर लाकर रख दिया और परिजनों के साथ लोगों ने बवाल शुरू कर दिया। मो. फिरोज की मौत के बाद परिजन खाट पर शव लेकर रेलवे ट्रैक पहुंचे। खाट समेत शव रेल ट्रैक पर
रखकर जाम कर दिया। रेलवे ट्रैक पर सोकर लोग हंगामा करने लगे। पुलिसकर्मियों ने काफी समझाने का प्रयास किया। लेकिन वे लोग मानने को तैयार नहीं थे। इस दौरान रेललाइन निर्माण एजेंसी के दो गार्ड की पिटाई कर दी।
जमादार को दौड़ाकर पीटा
मौके पर जब आरपीएफ के जमादार पहुंचे तो उन्हें दौड़ाकर पीटा। बवाल की सूचना पर काजी मोहम्मदपुर, रेल पुलिस व क्यूआरटी मौके पर पहुंची। काफी मशक्कत के बाद जमादार को भीड़ से बचाया। वहीं, आरोपित जमादार ने पिटाई के आरोप को गलत बताया। उन्होंने हार्ट अटैक से चालक की मौत का दावा किया। मंगलवार रात करीब दस बजे से शुरू हुआ बवाल डेढ़ बजे रात तक जारी रहा। आरपीएफ ने काफी मशक्कत के बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू कराया।
मुआवजे की मांग
माड़ीपुर के आसपास रहने वाले लोगों का आरोप है कि अक्सर आरपीएफ की टीम आसपास के युवकों के साथ मारपीट करती है। निर्दोष को झूठे मामलों में फंसा देती हैं। लोगों ने मृतक के परिजन को नौकरी व बीस लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की। वहीं, आरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि माड़ीपुर आउटर पर चोर-उचक्के यात्रियों से छिनतई करते हैं।
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