मुजफ्फरपुर बिहार के प्रतिष्ठित एल एस कॉलेज से उच्च शिक्षा प्राप्त आलोक कुमार चौधरी के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के शिर्ष पद पर पदासीन होने से पूरा बिहार गौरवांवित महसूस कर रहा है साथ ही समस्तीपुर का नाम रौशन करते हुए नीमा चकहैदर गांव के रहने वाले आलोक कुमार चौधरी भारतीय स्टेट बैंक के नए एमडी बने हैं। आलोक बिहार के तीसरे कर्मचारी हैं, जो एसबीआई के एमडी बनाए गए हैं।
समस्तीपुर के चकमेहसी थाना क्षेत्र के नीमा चकहैदर गांव के शिक्षक पुत्र आलोक कुमार चौधरी भारतीय स्टेट बैंक के एमडी बने हैं। एसबीआई के जीएम व मुजफ्फरपुर के मूल निवासी संजय प्रकाश ने बताया कि आलोक बिहार के तीसरे कर्मचारी हैं, जो एसबीआई के एमडी बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि वे कुशल प्रशासक व वित्तीय मामलों की गहरी जानकारी रखने वाले अधिकारियों में से एक हैं। उनके पिता स्वर्गीय केदार नारायण चौधरी उच्च विद्यालय अरुणाचल प्रदेश से प्रधानाध्यापक पद से सेवानिवृत्त हुए थे। आलोक कुमार चौधरी तीन भाइयों में मंझले हैं। बड़े भाई अशोक चौधरी शिक्षक पद से अरुणाचल प्रदेश से अवकाशप्राप्त हैं। छोटे भाई नवेश चौधरी मुजफ्फरपुर में निजी विद्यालय का संचालन करते हैं। आलोक चौधरी की प्रारंभिक शिक्षा श्री कामता प्रसाद उच्च विद्यालय बरहेता से हुई। बिहार बोर्ड की परीक्षा अच्छे अंक से उत्तीर्ण करने के बाद उन्होंने लंगट सिंह महाविद्यालय मुजफ्फरपुर से पढ़ाई की। स्नातक तक
की शिक्षा ग्रहण करने के बाद पहले वे पीएनबी में अफसर बने। जिसके बाद भारतीय स्टेट बैंक के पीओ के पद पर 1987 से कार्यभार संभालने के बाद भारतीय स्टेट बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर के पद तक पहुंचे। इस पद के लिए कुल 21 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार मार्च में किया गया था। इनमें इनका चयन किया गया। एसबीआई का एमडी बनने से गांव में खुशी की लहर है।
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