
मुजफ्फरपुर सदर थाना के खबड़ा में एक विवाह भवन के पास बाइक सवार दो अपराधियों नें आज शनिवार की शाम प्रॉपर्टी डीलर प्रभात कुमार के 15 वर्षीय पुत्र प्रियांशु कुमार व 35 वर्षीय भाई सुदर्शन कुमार को गोली मार दी। दोनों के पेट में गोली लगी है। अपराधियों ने प्रॉपर्टी डीलर प्रभात के सिर पर पिस्टल की बट से प्रहार कर घायल कर दिया। पुलिस ने घटनास्थल से पांच गोली समेत मैगजीन बरामद की है।

तीनों घायलों को बैरिया स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश, डीएसपी नगर रामनरेश पासवान और सदर थानेदार सत्येंद्र मिश्र ने घटनास्थल पर छानबीन की। अस्पताल जाकर घायलों का बयान लिया। घटना घटना शाम करीब सात बजे की है। इसके पीछे पट्टीदार से जमीन विवाद बताया जा रहा है। प्रभात कुमार ने पुलिस को बताया कि खबड़ा गांव में ही नया घर बन रहा है। छत की ढलाई कराने के बाद मजदूरों को भुगतान कर रहा था। भाई और पुत्र बाइक से टीवी मैकेनिक को लाने जा रहे थे। इसी दौरान भाई सुदर्शन ने कॉल कर गोली मारे जाने की जानकारी दी। भागते हुए सड़क पर आया। तभी सामने से बाइक सवार अपराधी आते दिखे। घेरना चाहा तो पीछे बैठे अपराधी ने पिस्टल की बट से मारा और बाइक से ठोकर मारकर गिरा दिया।प्रभात कुमार ने बताया कि पहले सुदर्शन को गोली लगी, तब प्रियांशु अपराधियों से भिड़ गया। उसने अपराधियों की पिस्टल पकड़ ली। छीना-झपटी में पिस्टल की मैगजीन गोली समेत गिर गई। हालांकि, तबतक प्रियांशु के पेट में भी गोली लग चुकी थी। गोली पेट में दाहिने तरफ से छेदते हुए बाएं तरफ से निकल गई। इसके बाद बाइक सवार दोनों अपराधी फोरलेन की ओर तेजी में भागे।

सूचना पर सदर थानेदार मौके पर पहुंचे। तबतक भीड़ जुट गई। तनाव की स्थिति देखकर एसडीओ पूर्वी ने मौके पर दो सेक्शन पुलिस की तैनाती की है। उन्होंने परिजन और ग्रामीणों को त्वरित कार्रवाई व अपराधियों की गिरफ्तारी का भरोसा दिया है। वहीं, घायलों का इलाज कर रहे चिकित्सक ने बताया कि सुदर्शन के पेट में गोली लगी है, जो आंत के पास फंसी हुई है। प्रियांशु को एक तरफ से गोली लगी, जो दूसरी ओर से निकल गई।
पट्टीदार से जमीन विवाद को बताया कारण
सदर थानेदार सत्येंद्र मिश्र ने निजी अस्पताल में घायल प्रॉपर्टी डीलर प्रभात कुमार का बयान लिया। इसमें प्रभात कुमार ने पट्टीदारी के चाचा से पूर्व से जमीन विवाद के कारण घटना को अंजाम दिए जाने की बात बताई है। हालांकि, गोली मारने वाले अपराधियों की पहचान बाद में बताने की बात कही है। देर रात तक एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी थी।