
मुजफ्फरपुर, पूर्व मध्य रेलवे मंडल संसदीय समिति, सोनपुर की बैठक में सांसद अजय निषाद ने उत्तर बिहार के रेल यात्रियों की सुविधा को लेकर खासे नाराज दिखे कई सवाल उठाए हैं। बैठक में महाप्रबंधक से उन्होंने कहा कि रेलवे द्वारा करोड़ों रुपये लगाकर दीघा रेल सह सड़क पुल का निर्माण कराया। इस रुट से प्रमुख ट्रेनों के परिचालन से लोगों का काफी समय की बचत होगी।

सांसद ने कहा कि पटना से राजधानी सहित अन्य ट्रेनें 12 घंटे में सफर करती हैं वहीं छपरा रुट से ट्रेनों को दिल्ली जाने में 19 से 20 घंटे लग जाता है। दीघा-पाटलिपुत्र रुट से आठ-दस घंटे पहले लोग राजधानी नई दिल्ली पहुंच जाएंगे। उन्होंने महाप्रबंधक से पहलेजा रेल पुल के निर्माण में कितनी राशि खर्च हुई इसका ब्योरा मांगा है। दीघा रेल पुल बनने से उत्तर बिहार के लोगों को क्या लाभ हुआ।

रेल पुल बनने के उपरान्त कितनी रेल गाडिय़ों का परिचालन सुनिश्चित हुआ है और इन रेल गाडियों में कितनी एक्सप्रेस, कितनी इंटरसिटी गाडिय़ां और दैनिक यात्रियों के लिए कितनी डेमो ट्रेनें चलाई जा रही है। क्या भविष्य में समस्तीपुर-पटना, सीतामढ़ी-पटना, रक्सौल-पटना और नरकटियागंज-पटना के लिए इंटरसिटी या डेमो ट्रेनें चलाने की योजना है।

इतनी बड़ी लागत से बनी इस पहलेजा रेल पुल से उत्तर बिहार के लोगों को क्या लाभ हुआ और ऐसी कौन सी बात है जिससे यात्री सुविधाएं इस रेल पुल के निर्माण से सुनिश्चित हुई। पिछले दो वर्ष से डिब्रगढ़- गुवाहाटी-राजधानी के हाजीपुर जंक्शन पर ठहराव की मांग की जा रही। लेकिन आज तक ठहराव नहीं दिया गया। इस ट्रेन को पाटलीपुत्र एवं दानापुर रेलवे स्टेशनों पर ठहराव है जबकि इन दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी मात्र आठ किलोमीटर ही है। इस विशिष्ट गाड़ी को दानापुर या पाटलीपुत्र स्टेशन में से किसी एक ही स्टेशन पर ही ठहराव रखा जाए तथा हाजीपुर जंक्शन पर ठहराव दिया जाए। पूरी स्थिति को अवगत कराने का आग्रह किया है।