मुजफ्फरपुर में एक रोचक मामला सामने आया है। थाना क्षेत्र के चंदनपट्टी गांव में तीसरी शादी रचाने बरात लेकर आए दूल्हे के मंसूबे पर दूसरी पत्नी ने पानी फेर दिया। वह बच्ची को लेकर वहां पहुंच गई। इसकी भनक ग्रामीणों को लगी तो आनन-फानन शादी रोक दी गई। वहीं, दूल्हा व उसके स्वजनों को बंधक बना लिया। लड़की पक्ष का कहना है कि जब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो जाता सभी को मुक्त नहीं किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक पंचायत होती रही। इस दौरान मामला सुलझाने का प्रयास किया जा रहा था। ग्रामिणों ने शादी की तैयारियों पर हुए एक एक खर्च को जोड़कर जुर्माना वसूला और बैरंग जलील कर के गांव से भगाया गया।
समस्तीपुर सातनपुर क्षेत्र के बेला मेघ गांव निवासी सीताराम दास का पुत्र पंकज कुमार बरात लेकर चंदनपट्टी आया था। इसकी जानकारी दूसरी पत्नी को होते ही लड़की पक्ष को सूचना दी गई। इस पर शादी रोक दी गई। शनिवार को दूसरी पत्नी पुत्री और पिता के साथ वहां पहुंची। चैता रेवाड़ी निवासी उसके पिता
ने बताया कि फरवरी, 2019 में धूमधाम से बेटी की शादी की थी। बेटी ने एक पुत्री को जन्म दिया। इसके बाद पंकज के संबंध गांव की ही एक महिला से हो गए। इस पर पत्नी को मायके छोड़ आया। पीडि़त पिता ने दामाद के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। बाद में उसने समझौता कर पुत्री व पत्नी को ले जाने के लिए राजी हो गया था, लेकिन इसी बीच वह तीसरी शादी के लिए बरात लेकर चंदनपट्टी गांव पहुंच गया। इसकी जानकारी उन्हें गांव के लोगों ने दी। इस पर वह पुत्री व नतनी और ग्रामीणों के साथ वहां पहुंचकर शादी रोकने की गुहार लगाई। लड़की पक्ष के लोगों ने उनकी बात मान ली और शादी से इन्कार कर दिया। बताते हैं कि उसकी पहली शादी वर्ष 2017 में सकरा के दोहा गांव में हुई थी। पत्नी को कुछ दिनों तक साथ में रखने के बाद मायके भेजकर उससे संबंध तोड़ लिया था। इसके बाद दूसरी शादी की थी। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उधर, पुलिस का कहना है कि घटना की कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
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