पटना नगर निगम राजधानी के सूरतेहाल को बदलने के लिये कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है निगम के कर्मचारी बिना रूके कई शिफ्ट में लगातार काम करते है यहां तक की नाइट शिफ्ट में अत्याधुनिक मशीनों द्वारा तेज बौछारों से शहर के सड़को को चमाचम करने की जीतोड़ कोशिश करते देखे जाते है इसका असर शहरवासियों को भी महसूस होता है दुसरे शहरों के लोग जब पटना जाते है तो पटना नगर निगम के बेहतरीन काम को देखकर खुश होते है कर्मियों अधिकारी मेयर विधायक की उपलब्धि पर गर्व महसूस करते है भूरी भूरी प्रसंशा करते है।
वहीं बिहार के दुसरे सबसे ज्यादा टैक्स उगाही करने वाले और अविभाजित बिहार के सबसे पहले बने नगर निगम मुजफ्फरपुर की बात छिड़ते ही खुद शहरवासी ही नाक भौं सिकोरने लगते है कदम कदम पर बदहाली गंदगी कचरे बजबजाते हैजाजनक खुले नाले बड़े बड़े जानलेवा गढ्ढे हर महीने करोड़ों रुपया टैक्स देने वाले शहरवासियों को मुंह चिढाते दिखते है गंदगी बदबू कचरा भिनभिनाती मख्खियां हबकने को उतावले खुखांर मच्छर मुजफ्फरपुर की पहचान बन चुके है दशकों से बारहों महीने 365 दिन मलमुत्र से उपलाते घिनौने पिल्लूओ से ओतप्रोत बजबजाते नालो का पानी सड़कों पर निर्बाध रूप से बहता रहता है रिहायशी इलाकों में सड़कों गलियों के निचले ईलाको खाली प्लौटो में जलकुंभी जमी रहती है अस्पताल सालों भर परेशान दुखी लोगों से भरा होता है।
मुजफ्फरपुर के मेयर विधायक सिर्फ रिबन काटने उद्घाटन समारोह में फोटो खिचवाने लेटरहेड पर खुला खत जारी करने जनता पर सारी जिम्मेदारी थोपने और गाहे बगाहे लच्छेदार भाषण से मुजफ्फरपुर को जल्द से जल्द न्युयॉर्क बनाने का वादा करने के लिये दर्शन देते है हालात हर गुजरने दिन के साथ बद से बदतर ही होती जा रही है।
मेयर उपमेयर विधायक पार्षदों को शहर के बीचोबीच स्थित हर फ्लाईओवर ओवरब्रिजों के दोनों तरफ जमा गंदगी शर्मसार नहीं करता लाइटें महीनो तक बंद रहती है रोज उसी रास्ते गुजरने है पर मुंह नहीं खुलता आंखों पर पट्टी बंध जाती है शहर के लगभग हाईमास्ट बंद पड़े रहते है लेकिन मुजफ्फरपुर नगर निगम के स्वयं घोषित किंग मेकरो को अपने अपने राजनिति की दुकान चमकाने के जुगत में लगे रहने वाले नेताओं से मुजफ्फरपुर शहर त्रस्त है ।
रिपोर्ट स्वीटसिटी मुजफ्फरपुर न्यूज़
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