बिहार के औरंगाबाद में एक शादी की खूब चर्चा हुई, ये शादी औरंगाबाद के हसपुरा में हुई है. जहां दूल्हा 60 साल का है और दुल्हन 30 साल की है. खास बात है कि ये शादी लव मैरिज है, वर और वधू भी अलग-अलग जातियों से हैं.
हसपुरा में जब ये शादी हुई तो आसापास के लोग भी इस शादी को देखने के लिए आ जुटे. पहले दोनों ही लोग लंबे समय तक छुप-छुपकर एक दूसरे से मिल रहे थे.
एक दूसरे से दोनों मिल तो रहे थे लेकिन दोनों को ये सब ठीक नहीं लग रहा था. ऐसे में उन्होंने अपनी मुलाकात को एक मुकाम देने के बारे में सोचा, फिर तय किया शादी करेंगे. इसी को देखते हुए शुभ लगन देखा और सही समय देखकर दोनों ने एक दूसरे से शादी कर ली. अलग अलग जाति के होने के बाद भी शादी की. 60 साल के शिवबरत पासवान सरकारी नौकरी करते हैं, उनकी पत्नी का नाम राममणि देवी है जो 30 साल की हैं. दोनों की शादी हसपुरा छठी आहर स्थित सूर्य मंदिर में हुई है.
शिवबरत पासवान गोह प्रखंड के रुकुन्दी के रहने वाले हैं, जो हसपुरा में नौकरी करते हैं. वहीं दुल्हन राममणि शेरघाटी में रहती हैं. वह हसपुरा के तेतराही में नौकरी करती हैं.
काम के सिलसिले में ही दोनों में प्यार हुआ था. इसके बाद दोनों ने हसपुरा के उपेन्द्र सिंह और तेतराही के गोवर्धन पासवान को अपनी इच्छा बताई. पहले दोनों की जाति अलग होने के कारण लोग हिचके लेकिन गहरे प्रेम सम्बंध को देखते हुए उनकी शादी की तैयारी में जुट गए.
शिवबरन पासवान जाति से हैं जबकि राममणि मांझी जाति से ताल्लुक रखती हैं. दोनों जब शादी करने मंदिर पहुंचे तो हसपुरा के लोग बाराती बन गए और तेतराही गांव के लोग भी इसमें शामिल हो गए. शिवबरन ने प्रेयसी दुल्हनियां को सोने से लाद दिया। मौके पर भारी भीड़ जुटी. इसके बाद मौजूद सभी लोगों ने दोनों को शुभकामनाएं दीं और उनके सफल दाम्पत्य जीवन की कामना भी की.
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