
मोतिहारी पुलिस दबिश के कारण गुुरुवार को आरोपित के साथ कोटवा थाने में आत्मसमर्पण कर चुकी एक अपहृत नाबालिग लड़की की पुलिस अभिरक्षा में सदर अस्पताल ले जाने के दौरान मौत हो गई। वह थाना क्षेत्र के नवादा गांव की थी। बताया गया कि समर्पण के बाद दोनों को कुछ देर तक थाने में रखा गया। इसी दौरान उसकी तबीयत खराब होने लगी। पुलिस उसे अभिरक्षा में लेकर इलाज कराने सदर अस्पताल जा रही थी। मगर अस्पताल जाने से पूर्व ही मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने आरोपित थाना क्षेत्र के राहुआ निवासी सोनू कुमार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। एसपी नवीनचंद्र झा ने कहा- जांच के बाद दोषी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।सात अक्टूबर को हुआ था अपहरण
बताया गया कि गत सात अक्टूबर को माता का दर्शन करने के बाद घर लौटने के दौरान गांव के हनुमान मंदिर के पास से लड़की का अपहरण कर लिया गया। 12 अक्टूबर को लड़की के पिता ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें सोनू कुमार और एक अज्ञात पर नशीला पदार्थ सूंघाकर बेहोश करने के बाद बाइक पर भगा ले जाने का आरोप लगाया। पुलिस ने कार्रवाई शुरू की तो घबराकर अपहृता और आरोपित सोनू ने दोपहर में थाने में समर्पण कर दिया। तब कांड के अनुसंधानकर्ता दारोगा केशव सिंह ने लड़की के पिता को सूचना दी। पिता पहुंचे तो देखा कि पुत्री की तबीयत बिगड़ रही है। इसके बाद पुलिस अभिरक्षा में लड़की को पिता के साथ सदर अस्पताल भेजा गया। मगर रास्ते में मौत हो गई। सदर अस्पताल कैंप पुलिस ने शव का पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कोटवा पुलिस ने कहा कि वरीय पुलिस पदाधिकारी को घटना की सूचना दी गई है ।
उक्त गंभीर मामले में इलाके में तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है