मुजफ्फरपुर साल बदला लेकिन व्यवस्था में बद इंतजामी बदहाली जस की तस ही है मुजफ्फरपुर में कोरोना को लेकर एंटीजन कीट से की जा रही जांच में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जो एंटीजन कीट से जांच में पॉजिटिव आए थे, उनकी रिपोर्ट RT-PCR में निगेटिव आई है। इसका पता तब लगा जब SKMCH में जांच के लिए भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट आई। बताया गया कि 30 लोगों का सैंपल भेजा गया था। सभी की रिपोर्ट एंटीजन कीट से जांच में पॉजिटिव आई थी।
जबकि, लैब रिपोर्ट के अनुसार सिर्फ दो लोगों की रिपोर्ट ही पॉजिटिव आई है। नोडल अधिकारी डॉ सीके दास ने बताया, 'जो सैंपल RT-PCR में निगेटिव आए हैं, उनका भी पॉजिटिव ही मानकर इलाज किया जा रहा है। इस बार विभाग किसी प्रकार का रिस्क लेना नहीं चाह रहा है। जो सैंपल जांच को भेजे गये थे, उनमें से 28 निगेटिव है। बावजूद इसके उन मरीजों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। सभी सैंपलों की RT-PCR सैंपलों जांच अभी जारी है। वहां से फाइनल रिपोर्ट मिलेगी।'
अधिकारी का जाता है मरीज और उनके परिजनों पर इसका कैसे दुस्प्रभाव होगा ये किसी को सोंचने की फुरसत नहीं है।
सिविल सर्जन डॉ विनय कुमार शर्मा ने बताया, 'अब वहीं सैंपल RT-PCR जांच को भेजे जा रहे हैं, जो दूसरी जगहों से आए हैं। इसमें बाहर से आने वाले लोग शामिल हैं। इसके अलावा जिले के सभी PHC प्रभारियों, उपाधीक्षकों व सदर अस्पताल के अधीक्षक को अलर्ट रहने को कहा गया है। साथ ही रेलवे स्टेशन सहित अन्य जगहों पर हो रहे कोविड जांच में तेजी लाने को भी कहा है। किसी व्यक्ति में कोरोना का लक्षण नजर आने पर तत्काल जांच कराने का आदेश है।'
स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार लोगों खासकर सिविल सर्जन को कब समझ आएगा की इस तरह करने से मरीज कोरोना से मरे ना मरे डर कर जरूर मर जाएगा।
वैसे भी अब लोग सब से कोफ्त हो चुके है लोगों का भरोसा डगमगा रहा है इस तरह की गंभीर लापहरवाही ना हो ये सुनिश्चित होना चाहिये।
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