Bihar Education News: बिहार में पंचायत स्तर पर स्थापित उच्च माध्यमिक (प्लस-टू) विद्यालयों के लिए 16-16 कमरों का दो-तीन मंजिला भवन होगा और उसमें विद्यार्थियों के लिए अत्याधुनिक शैक्षणिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
ये विद्यालय बिल्कुल कालेज जैसी सुविधाएं से लैस होंगी, जहां पर छात्र-छात्राओं के लिए बेहतर शैक्षणिक माहौल उपलब्ध होगा। शिक्षा विभाग ने नये वित्त वर्ष के लिए 9200 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रस्ताव तैयार किया है और उसे पर वित्त विभाग से सहमति ली जा रही है।
भवनों से लेकर प्रयोगशालाओं तक का डिजायन होगा आधुनिक
हाल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक में पंचायत स्तर पर उच्च माध्यमिक विद्यालयों को सुविधाओं से लैस करने का निर्देश दिया था। शिक्षा विभाग ने तय किया है कि हर विद्यालय को कालेज जैसी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी। विद्यालय भवन, खेल मैदान से लेकर विशिष्ट प्रयोगशाला और कंप्यूटर लैब का डिजायन आधुनिक होगा।
जहां विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए बेहतर माहौल मिलेगा। प्रत्येक प्रयोगशाला पर एक लाख 20 हजार रुपये खर्च अनुमानित है। वैसे भी पटना आइआइटी द्वारा उच्च माध्यमिक विद्यालयों को विकसित करने में सर्पोट दिया जा रहा है। प्लस-टू स्कूलों को विकसित करने पर खर्च होंगे 9200 करोड़ शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव को वित्त विभाग के पास भेजा प्रत्येक पंचायत में 16-16 कमरों का बनेगा दो-तीन मंजिला भवन
जेम पोर्टल से होगी उपकरणों की खरीद
प्रयोगशाला का स्वरूप कैसा हो? इस पर आइआइटी के विशेषज्ञ से विचार-विमर्श के बाद डिजाइन और उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
जीव विज्ञान, भौतिकी, गणित और रसायन शास्त्र विषय के लिए अलग-अलग विशिष्ट प्रयोगशाला में उपकरणों की खरीद जेम पोर्टल से होगी। वर्तमान में ग्रामीण और शहरी इलाकों के गिने-चुने उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए प्रायोगिक कक्षाएं संचालित होती हैं।
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