बिहार में शिक्षा महकमे का नया गजबे कारनामा सामने आया है। इंटरमीडिएट परीक्षा के एडमिट कार्ड में एक छात्र का जेंडर ही बदल दिया गया। मेल से उसे फीमेल कर दिया गया और तो और फिर गर्ल्स सेंटर पर केंद्र अलॉट होने पर लड़कियों के बीच अकेले परीक्षा देने में छात्र असहज महसूस कर रहा है। मामला जहानाबाद शहर के आदर्श मध्य विद्यालय ऊंटा में इंटरमीडिएट में परीक्षा दे रहे गुलशन कुमार का है।
यहां बालिकाओं का परीक्षा केंद्र बना है। यहां सभी परीक्षार्थी ही छात्राएं हैं, लेकिन इस बीच एक छात्र भी परीक्षा देने को मजबूर है। इक्कील उच्च विद्यालय का छात्र गुलशन कुमार का नाम पता सब सही है लेकिन उसके एडमिट कार्ड में लिंग वाले कालम में मेल की जगह फीमेल भर दिया गया है।
परीक्षार्थी बोला- मैंने नहीं की गलती
इस पर परीक्षार्थी का कहना है कि उसके द्वारा यह गलती नहीं हुई है बल्कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति एडमिट कार्ड जारी करने के दौरान यह त्रुटि की है।
अब इसका खामियाजा मुझे भुगतना पड़ रहा है। लड़कियों के परीक्षा केंद्र पर एकमात्र छात्र अपने आपको असहज महसूस कर रहा है। परीक्षा समाप्त होने पर छात्राओं के झुंड के साथ जब एक लड़का बाहर निकलता है तो लोग भी आश्चर्यचकित हो जा रहे हैं कि लड़कियों का केंद्र है तो फिर यह लड़का कैसे एडमिट कार्ड के साथ बाहर निकल रहा है।
बोर्ड ने कहा-हमसे भी नहीं हुई चूक
इस बाबत पूछने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी रौशन आरा ने कहा कि इसमें बिहार विद्यालय परीक्षा समिति और शिक्षा विभाग की कहीं कोई गलती नहीं है। फार्म भरने के समय परीक्षार्थी द्वारा ही लिंग के कॉलम में मेल की जगह फीमेल भरा गया होगा। इस कारण यह त्रुटि प्रवेश पत्र में हो गई है। हालांकि इसमें सुधार की गुंजाइश भी है। परीक्षा के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से संपर्क कर आसानी से इसे सुधारा जा सकता है।
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